Wednesday, January 30, 2019

सायबर गुन्ह्यांविरुध्दची कलमे !
आपण नेहमीच इंटरनेटचा वापर करणा-यांपैकी आहात.याचा वापर करतांना कळत नकळतपणे आपल्या कडुन नेहमीच चुका होत असतात.त्यामधील काही चुका ह्या राष्ट्र व समाज हितावह नसतात.त्याकडे आपण लक्ष दिले पाहिजे.या माध्यमातून योग्य सामाजिक संदेश सर्वांपर्यंत पोहचविण्याचे कार्य आपण करायला हवे व योग्य सावधानता बाळगणे गरजेचे आहे.या इलेक्ट्राॅनिक मिडिया गैरवापर होऊ नये.या करिता सायबर क्राईम अंतर्गत सुरक्षिततेच्या दृष्टिकोनातून राष्ट्रिय सायबर सुरक्षा धोरण- २०१३ अन्वये अनेक कायदे तयार करण्यात आलेले आहेत.

तर आज आपण या सायबर क्राईमच्या काही महत्त्वाचे (गुन्हे) याविषयीची अधिक माहिती घेऊ.
➖श्री.संतोष भोंबळे शेगाव


* माहितीचे स्वरुप -

गुन्हा, आय.टी.कलमे - पी.आय.पी.सी.कलमे - दंड/शिक्षा - गुन्ह्याचे स्वरुप या पद्धतीने आहे.


१) हॅकिंग/फिशिंग/डेटा चोरी करणे -

४३(A),४३(B),४३(D)६६(C) (Bailable) - ३७९,४०६ (Non Bailable).

तीन वर्षापर्यंत तुरुंगवास आणि पाच लाखापर्यंत दंड किंवा दोन्ही अशा शिक्षा होऊ शकतात .

स्वरुप - इतरांची माहिती आर्थिक फायद्यासाठी चोरुन (विनापरवानगीने) उपयोगात आणणे.


२) व्हायरस पसरविणे-

४३(C),४३(E),६६ (Bailable) - ३७९,४०५,४२० (Non Bailable). -

तीन वर्षापर्यंत तुरुंगवास आणि पाच लाखापर्यंत दंड किंवा दोन्ही अशा शिक्षा होऊ शकतात.

स्वरुप - एखाद्या मॅसेज द्वारे अथवा इंटरनेटच्या माध्यमातून व्हायरस पसरविणे.


३) ई-मेल द्वारे फसवणुक करणे -

६६(C),६६(D) (Bailable) - ४१५,४२० (Non Bailable) -

तीन वर्षापर्यंत तुरुंगवास आणि एक लाखापर्यंत दंड किंवा दोन्ही अशा शिक्षा होऊ शकतात.

स्वरुप - ई-मेलचा गैरवापर करुन फसवणुक करणे.


४) Mental Inconvenience 
(मानसिकदृष्ट्या छळणे किंवा त्रास देणे) -

६६(A) (Bailable) - ५००,५०६,५०७ (Bailable) -

तीन वर्षापर्यंत तुरुंगवास आणि एक लाखापर्यंत दंड किंवा दोन्ही अशा शिक्षा होऊ शकतात.

स्वरुप - वारंवार एखाद्याला लक्ष करुन त्याची बदनामी होईल.किंवा त्याची मानसिकता खराब होईल असे संदेश अथवा कमेंट करणे.किंवा हेतुपुरस्सर अपमानित करण्यासारखे शब्द प्रयोग करणे.


५) सायबर आतंकवाद -

६६ (F) - १५३(A)दोन्ही कलमे (Non Bailable) आहेत. -

आजीवन कारावासाची शिक्षा होऊ शकते.

स्वरूप - इंटरनेटचा वापर करुन आतंकवादास प्रोत्साहन होईल.असे संदेश प्रसारित करणे.किंवा त्यास प्रोत्साहन देणे.


६) अश्लीलता प्रक्षेपण -

६७(A)(Bailable)
- २९२,२९३,२९४,५००,५०६ (Non Bailable) -

तीन वर्षापर्यंत तुरुंगवास आणि एक लाखापर्यंत दंड किंवा दोन्ही अशा शिक्षा होऊ शकतात.

स्वरूप - अश्लीलता असणारे संदेश प्रसारित करणे.


७) आक्षेपार्ह मजकुर/छायाचित्र प्रक्षेपण -
६६(A) (Bailable) - ५००,५०९(Non Bailable) -

तीन वर्षापर्यंत तुरुंगवास आणि दोन लाखापर्यंत दंड किंवा दोन्ही अशा शिक्षा होऊ शकतात.

स्वरूप :- सामाजिक किंवा धर्म,जाती,यामध्ये द्वेश निर्माण करणाऱ्या किंवा त्यामुळे कोणत्याही प्रकारे सामाजिक व धार्मिक अशांतता निर्माण होईल असे संदेश अथवा चित्रे प्रदर्शीत करणे.

अजूनही बरीच वेगवेगळी कलमे आहेत.वरिल कलमे व दंड/शिक्षा ,व गुन्ह्याचे स्वरुप हे आपल्या करिता निश्चितच मार्गदर्शक ठरेल.





Thursday, January 10, 2019

जानिए IPC में धाराओ का मतलब …..


*धारा 307* = हत्या की कोशिश
*धारा 302* = हत्या का दंड
*धारा 376* = बलात्कार
*धारा 395* = डकैती
*धारा 377* = अप्राकृतिक कृत्य
*धारा 396* = डकैती के दौरान हत्या
*धारा 120* = षडयंत्र रचना
*धारा 365* = अपहरण
*धारा 201* = सबूत मिटाना
*धारा 34* = सामान आशय
*धारा 412* = छीनाझपटी
*धारा 378* = चोरी
*धारा 141* = विधिविरुद्ध जमाव
*धारा 191* = मिथ्यासाक्ष्य देना
*धारा 300* = हत्या करना
*धारा 309* = आत्महत्या की कोशिश
*धारा 310* = ठगी करना
*धारा 312* = गर्भपात करना
*धारा 351* = हमला करना
*धारा 354* = स्त्री लज्जाभंग
*धारा 362* = अपहरण
*धारा 415* = छल करना
*धारा 445* = गृहभेदंन
*धारा 494* = पति/पत्नी के जीवनकाल में पुनःविवाह0
*धारा 499* = मानहानि
*धारा 511* = आजीवन कारावास से दंडनीय अपराधों को करने के प्रयत्न के लिए दंड।
▫▪▫▪▫▪▫▪
हमारेे देश में कानूनन कुछ ऐसी हकीक़तें है, जिसकी जानकारी हमारे पास नहीं होने के कारण हम अपने अधिकार से मेहरूम रह जाते है।

तो चलिए ऐसे ही कुछ
*पांच रोचक फैक्ट्स* की जानकारी आपको देते है,
जो जीवन में कभी भी उपयोगी हो सकती है.

*(1) शाम के वक्त महिलाओं की गिरफ्तारी नहीं हो सकती*-@@@.
कोड ऑफ़ क्रिमिनल प्रोसीजर, सेक्शन 46 के तहत शाम 6 बजे के बाद और सुबह 6 के पहले भारतीय पुलिस किसी भी महिला को गिरफ्तार नहीं कर सकती, फिर चाहे गुनाह कितना भी संगीन क्यों ना हो. अगर पुलिस ऐसा करते हुए पाई जाती है तो गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ शिकायत (मामला) दर्ज की जा सकती है. इससे उस पुलिस अधिकारी की नौकरी खतरे में आ सकती है.

*(2.) सिलेंडर फटने से जान-माल के नुकसान पर 40 लाख रूपये तक का बीमा कवर क्लेम कर सकते है*-

पब्लिक लायबिलिटी पॉलिसी के तहत अगर किसी कारण आपके घर में सिलेंडर फट जाता है और आपको जान-माल का नुकसान झेलना पड़ता है तो आप तुरंत गैस कंपनी से बीमा कवर क्लेम कर सकते है. आपको बता दे कि गैस कंपनी से 40 लाख रूपये तक का बीमा क्लेम कराया जा सकता है. अगर कंपनी आपका क्लेम देने से मना करती है या टालती है तो इसकी शिकायत की जा सकती है. दोषी पाये जाने पर गैस कंपनी का लायसेंस रद्द हो सकता है.

*(3) कोई भी हॉटेल चाहे वो 5 स्टार ही क्यों ना हो… आप फ्री में पानी पी सकते है और वाश रूम इस्तमाल कर सकते है*-

इंडियन सीरीज एक्ट, 1887 के अनुसार आप देश के किसी भी हॉटेल में जाकर पानी मांगकर पी सकते है और उस हॉटल का वाश रूम भी इस्तमाल कर सकते है. हॉटेल छोटा हो या 5 स्टार, वो आपको रोक नही सकते. अगर हॉटेल का मालिक या कोई कर्मचारी आपको पानी पिलाने से या वाश रूम इस्तमाल करने से रोकता है तो आप उन पर कारवाई कर सकते है. आपकी शिकायत से उस हॉटेल का लायसेंस रद्द हो सकता है.

*(4) गर्भवती महिलाओं को नौकरी से नहीं निकाला जा सकता*-

मैटरनिटी बेनिफिट एक्ट 1961 के मुताबिक़ गर्भवती महिलाओं को अचानक नौकरी से नहीं निकाला जा सकता. मालिक को पहले तीन महीने की नोटिस देनी होगी और प्रेगनेंसी के दौरान लगने वाले खर्चे का कुछ हिस्सा देना होगा. अगर वो ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ सरकारी रोज़गार संघटना में शिकायत कराई जा सकती है. इस शिकायत से कंपनी बंद हो सकती है या कंपनी को जुर्माना भरना पड़ सकता है.

*(5) पुलिस अफसर आपकी शिकायत लिखने से मना नहीं कर सकता*

आईपीसी के सेक्शन 166ए के अनुसार कोई भी पुलिस अधिकारी आपकी कोई भी शिकायत दर्ज करने से इंकार नही कर सकता. अगर वो ऐसा करता है तो उसके खिलाफ वरिष्ठ पुलिस दफ्तर में शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. अगर वो पुलिस अफसर दोषी पाया जाता है तो उसे कम से कम *(6)*महीने से लेकर 1 साल तक की जेल हो सकती है या फिर उसे अपनी नौकरी गवानी पड़ सकती है.

*इन रोचक फैक्ट्स को हमने आपके लिए ढूंढ निकाला है*.

ये वो रोचक फैक्ट्स है, जो हमारे देश के कानून के अंतर्गत आते तो है पर हम इनसे अंजान है. हमारी कोशिश होगी कि हम आगे भी ऐसी बहोत सी रोचक बाते आपके समक्ष रखे, जो आपके जीवन में उपयोगी हो।

*इस मैसेज को आगे भी भेजना और अपने पास सहेज कर रखना, आपके कभी भी ये अधिकार काम आ सकते हैं।*

✍अधिकार✍.